प्रार्थना
- Ruchi Aggarwal
- Jun 3
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Updated: Jun 26

श्री गुरुवे नमः।
मेरे स्वप्न कि तुम दृष्टि बनकर
जीवन को रोशन करना
हे गुरुदेव! नमन तुम्हें
पथ प्रदर्शन करना।
ये लाइनें लगभग 8 या 9 साल पहले मैंने लिखी थी और लिखी भी इसलिए थी क्योंकि अपने भीतर के लेखक को दुनिया के सामने लाने की हिम्मत नहीं हो रही थी। पर कहीं ना कहीं ये एहसास था कि आज नहीं तो कल मुझे हिम्मत दिखा कर ये करना ही होगा। इसीलिए मैंने मेरे गुरु (श्री कांतिपुरी जी महाराज) को याद करते हुए उनसे मन ही मन प्रार्थना की Please Come & Show me the path & right direction और आज भी जब कुछ नया और सही काम करते हुए भी मन मे घबराहट होती है तब उन्हें याद करके मन को बल मिलता है और सही में ऐसा होता हैं।
I Want to say that -
Prayer Strengthen The Trust Of The Mind.
writer & Life transformation Coach -
Ruchi Harsh.



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